Why does Food take longer to Cook at Higher Altitudes

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Cook at Higher Altitudes, studymuch.in

Why does Food take longer to Cook at Higher Altitudes. पहाड़ों
तथा ऊंचे स्थानों पर दाल या खाना देर से क्यों पकते है?

आपने अक्सर किसी से ये कहते हुए तो सुना ही होगा, या खुद देखा होगा की जब भी हम ऊँचे स्थान, अथवा पहाड़ या किसी भी ऊँचा जगह पर भोजन पकाते हे तो वह नार्मल समय के मुताबिक काफी देर से पकता है (Why does Food take longer to Cook at Higher Altitudes), चाहे वह कोई सा भी भोजन हो, लेकिन क्या आप जानते है की ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे क्या कारन है? नही जानते तो कोई बात नहीं आज आपको इस लेख में इसी के बारे में पढ़ने को मिलेगा, तो चलिए हम जानते है इसके पीछे क्या कारण है? (why cooking at higher altitude take more time)

चलिए हम जानते हैं कि पहाड़ों पर हमारा भोजन देर से क्यों पकती है। आपको ये तो पता होगा कि पानी 100°c में उबलता है।

हम जिस धरती पर रहते हैं इसे चारों और से हवा की परत घेरे हुए हैं, इसका दबाव नीचे स्थानों पर सबसे अधिक और ऊंचे स्थानों पर ऊंचाई के अनुसार कम होता जाता है। किसी भी द्रव को उबालने के लिए जिस तापमान की आवश्यकता होती है, वह भी हवा के दबाव के अनुसार घटता बढ़ता रहता है। जब हम निचले स्थानों पर दाल या फिर कोई भी भोजन पकाते हैं, तो वहां पानी ,हवा के अनुसार अधिक दबाव होने से अधिक तापमान में उबलता है, अर्थार्त 100°c के ताप पर उबलता है। इसलिए दाल या भोजन कम समय में गल या पक जाते हैं। Why does it take longer to cook in the hills?

Why does Food take longer to Cook at Higher Altitudes. studymuch.in

परंतु जब यही दाल या भोजन पहाड़ों अथवा ऊंचे स्थानों पर पकाई जाती है तो वहां पर हवा का दबाव कम होने से पानी कम ताप में ही उबालने लगती है, अर्थार्त 100°c से भी कम तापमान पर उबलती है। इसलिए दाल या कोई भी भोजन को कम ताप मिलता है, और इसे गलने या पकने में अधिक समय लगता है। इसी कारण पहाड़ों तथा ऊंचे स्थानों पर दाल या खाना देर से पकते है।

अथवा इसे हम ये भी बोले सकते है, वायु के मात्रा में बदलाव के कारन पहाड़ो तथा ऊँचे स्थानों में भोजन देर से पकता है, और ज्यदा समय लगता है। लेकिन कुछ भी कहा जाए ऊँचे स्थानों में पका हुआ भोजन अत्त्याधिक स्वादिष्ट लगता है, क्या आपने कभी खाया है पहाड़ो में पका भोजन, अगर नहीं तो जरुर आजमाएगा। मैं आशा करता हूँ आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, यदि अच्छा लगा तो कमेंट में जरुर अपना अनुभव लिखे।

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1 Comment

smortergiremal · November 5, 2024 at 2:16 am

Your style is so unique compared to many other people. Thank you for publishing when you have the opportunity,Guess I will just make this bookmarked.2

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